अल्लाह का रसूल
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:दिन कि हदीस
नमाज़ की फज़ीलत
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में नमाज़ के भविष्य में होने वाले फायदे की ओर इशारा किया हैं।
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अल्लाह और इमाम हुसैन के बीच का रिश्ता अपनी मिसाल खुद है, अल्लामा शहंशाह नकवी
हौज़ा / मुहर्रम और अशूरा के ये दिन और मातम का यह मौसम इमामत को ताज़गी प्रदान करने का महीना है जो रसूल की छाया में है, ताकि लोग अपनी ज़िम्मेदारियों के प्रति आकर्षित हों और पहचान करने में किसी भी तरह की कमज़ोरी से पीड़ित न हों। सामूहिक समस्याएं और वे व्यक्तिगत रूप से अपने मामलों का प्रबंधन कर सकते थे।
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:दिन कि हदीस
बच्चों के साथ इंसाफ से काम लो
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में बच्चों के साथ इंसाफ करने की नसीहत की हैं।
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:दिन कि हदीस
कयामत के दिन किस गिरोह के साथ उठाए जाएंगे
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में कयामत के दिन लोंगों के मकाम के बारे में बयान किया हैं।
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:दिन कि हदीस
अरफा का दिन और जहन्नम की आग से निजात
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में आरफा के दिन की अहमियत की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
अल्लाह तआला की सबसे पहली खिलकत
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में अल्लाह तआला की पहली तखलीक की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन कि हदीस
मौत की हक़ीक़त
हौज़ा/ हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मौत के बारे में एक अहम बिंदु की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन की हदीस
हज़रत ख़दीजा स.ल. की तरह कौन हैं?
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में हज़रत ख़दीजा स.ल. की अज़मत की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन की हदीस
अहंकार करने वालों को सलाह
हौज़ा / हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में अहंकार और अभिमान करने वालों को इस कार्य से दूर रहने की सलाह दी हैं।
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:दिन की हदीस
मौज मस्ती कि निंदा
हौज़ा/ हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में मौज मस्ती(लहू व लअब) में डुबे रहने वालो की कड़ी निंदा की है।
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:दिन की हदीस
शहादत की फज़ीलत
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में शहादत की फज़ीलत की ओर इशारा किया है।
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:दिन की हदीस
फित्ना और फसाद के बारे में तीन बिंदु
हौज़ा/ हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने एक रिवायत में फित्ना और फसाद के बारे में तीन बिंदु की ओर इशारा किया है।
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:दिन की हदीस
तीन काम जिन्हें अल्लाह तआला पसंद करता है।
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में ऐसे तीन कामों की ओर इशारा किया है जिन्हें अल्लाह तआला पसंद करता है।
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:दिन की हदीस
फरिश्तों को घर में आमंत्रित करने का तरीका
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में फरिश्तों को घर में आमंत्रित करने के तरीके की ओर इशारा किया है।
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:दिन की हदीस
आलिम कि मौत का ख़ला कभी पूर नहीं होता,
हौज़ा/हज़रत रसूले ख़ुदा (स.अ.व.व.)ने एक रिवायत में आलिम की मौत को एक बहुत बड़ा नुकसान करार दिया है कि जिसकी भरपाई नहीं हो सकती,
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इस्लाम तलवार से नहीं चरित्र से फैला है, मौलाना नवाज अंज़ार
हौज़ा / हर मुसलमान को अल्लाह की इबादत करनी चाहिए। इबादत ऐसी होनी चाहिए कि अल्लाह उससे खुश हो और किसी को नुकसान न पहुंचे। अगर हम अपनी सारी दौलत अल्लाह के नाम पर खर्च कर दें और हमारा इरादा दिखावा करने का हो, तो यह बेकार है।
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:दिन की हदीस
ज़ुल्म की किस्में
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में ज़ुल्म कि तीन किस्मों की ओर इशारा किया है।
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:दिन की हदीस
ऐसा काम जो इंसान की रोज़ी को ज़्यादा करता है।
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में ऐसे काम की ओर इशारा किया है जो इंसान की रोज़ी को ज़्यादा करता है।
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:दिन की हदीस
हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व.के वचन में हकीकी शिया
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में हकीकी शिया की खुसूसियत की ओर इशारा किया है।
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:दिन की हदीस
फायर,फाइटर्ज़ के लिए जन्नत का वादा
हौज़ा / हज़रत रसूल अल्लाह(स.अ.व.व.)ने एक रिवायत में फायर,फाइटर्ज़ के लिए जन्नत का वादा किया हैं।
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:दिन की हदीस
ऐसी आंख जो कियामत के दिन गिरिया नहीं करेगी
हौज़ा/ हजरत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के लिए गिरिया करने वाली आंख के बारे में इशारा किए हैं।
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ईदे मुबाहिला सुन्नते इलाही है, मौलाना आशिक हुसैन
हौज़ा/ईदे मुबाहिला असल में इस बात की दलील है कि रसूल के बाद हुकूमत का हक़ और रसूल अहले बैत अ.स. के असली वारिस कौन हैं।
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:दिन की हदीस
हज़रत अली अलैहिस्सलाम रसूले अकरम स.ल.व.व के कलाम में
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह(स.अ.व.व.)ने एक रिवायत में कियामत में हज़रत अली अलैहिस्सलाम के मकाम की ओर इशारा किए हैं।
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:दिन की हदीस
अपने बच्चों का इस तरह इम्तिहान लें
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह(स.अ.व.व.)ने एक रिवायत में बच्चों के इम्तिहान लेने के तरीके की ओर इशारा किये है।
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:दिन की हदीस
अपनी मजलिसों को ज़िक्रे अली अलैहिस्सलाम से ज़ीनत बख्शो
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह(स.अ.व.व.)ने एक रिवायत में मोमिनीन को ताकीद की है, कि वह अपनी मजलिस व महाफिल को हज़रत अमीरुल मोमिनीन अली इब्ने अबी तालिब अलैहिस्सलाम के ज़िक्रे से ज़ीनत बख्शे-
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:दिन की हदीस
मोहब्बतें अली अ.स. और आतिशे जहन्नम का खलक न होना
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह (स.ल.व.व) ने एक रिवायत में अहलेबैत अलैहिस्सलाम से दोस्ती के समरे (फल) की ओर इशारा किया हैं।
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:दिन की हदीस
ग़ैर शादीशुदा अफराध को पैग़ंबरे अकरम(स.ल.व.व.) की एक नसीहत
हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने एक रिवायत में ग़ैर शादीशुदा अफराध को वैवाहिक संबंध में होने की नसीहत की है।
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:दिन की हदीस
बेहतरीन लोग कौन?
हौज़ा/ हज़रत रसूल अल्लाह( स.ल.व.व.) ने एक रिवायत में बेहतरीन लोगों की पहचान कराई है।
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:दिन की हदीस
बेहतरीन औरतें
हौज़ा/ हज़रत रसूल अल्लाह( स.ल.व.व.) ने एक रिवायत में बेहतरीन औरतों की पहचान कराई है।
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:दिन की हदीस
नेक कामों के मुतालिक काबिले गौर रिवायत
हौज़ा/ रसूल अल्लाह (स.ल.व.व)ने एक रिवायत में नेक़ काम की अहमियत की ओर इशारा किया है।